
षोडश मातृका गौरी पद्मा शची मेधा, सावित्री विजया जया । देवसेना स्वधा स्वाहा, मातरो लोकमातरः॥ धृतिः पुष्टिस्तथा तुष्टिः, आत्मनः कुलदेवता । गणेशेनाधिका ह्येता, वृद्धौ पूज्याश्च षोडश॥ गौरी :- स्वामी भगवान शिव :- हिमालय की पुत्री तथा शिव की अर्द्धागिनी के रूप में अंकित हैं। वे देवी, दुर्गा, गौरी, पार्वती, उमा आदि 108 नामों से विख्यात […]