तराजू पूजन (तुला पूजन)
सर्वप्रथम तुला को जल से शुद्ध कर उस पर रोली से स्वस्तिक का चिह्न बनाये | फिर, तुला पर मौली और कौड़ी बांधकर निम्नलिखित मन्त्र बोलते हुए पूजन करना चाहिए :
श्री तुलाधिष्टातु – देवतायै नमः | गंधम समर्पयामि || (रोली या लालचन्दन चढ़ाये |)
श्री तुलाधिष्टातु – देवतायै नमः | पुष्पाणि समर्पयामि || (पुष्प चढ़ाये |)
श्री तुलाधिष्टातु – देवतायै नमः | धूपं अगरपायामि || (धुप्प करें |)
श्री तुलाधिष्टातु – देवतायै नमः | दीपम दर्शयामि || (दीपक दिखाए |)
श्री तुलाधिष्टातु – देवतायै नमः | नैवेद्यं समर्पयामि || (प्रशाद चढ़ाये |)