तीन ग्रहों की युति के फल | Teen Grahon Ki Yuti Ke Phal

Teen Grahon Ki Yuti ke Phal, तीन ग्रहों की युति के फल – विभिन्न ग्रहों की युति-प्रतियुति के क्या फल हो सकते है? तीन ग्रहों की युति के परिणाम और फल – इस प्रकार होती है..

१. सूर्य+चन्द्र+बुध=माता-पिता के लिये अशुभ।
मनोवैज्ञानिक। सरकारी अधिकारी। ब्लैक मेलर ।
अशांत। मानसिक तनाव। परिवर्तनशील।

२. सूर्य+चन्द्र +केतू=रोज़गार के लिये परेशान। न
दिन को चैन न रात को चैन। बुद्धि काम ना दे, चाहे
लखपति भी हो जाये। शक्तिहीन।

३. सूर्य+शुक्र+शनि =पति/पत्नी में विछोह। तलाक
हो। घर में अशांति। सरकारी नौकरी में गड-बड़।

४. सूर्य+बुध+राहू =सरकारी नौकरी। अधिकारी।
नौकरी में गड-बड़। दो विवाह का योग। संतान के
लिये हल्का। जीवन में अन्धकार। केमिष्ट।

५. चन्द्र+शुक्र+बुध =सरकारी अधिकारी।
कर्मचारी। घरेलू अशांति। बहू -सास का झगड़ा।
व्यापार के लिये बुरा। लड़कियाँ अधिक। संतान में
विघ्न।

६. चन्द्र +मंगल+बुध=मन, साहस , बुद्धि का
सामंजस्य। स्वास्थ अच्छा। नीतिवान साहसी ,सोच-
विचार से काम करे। पाप दृष्टी में होतो, डरपोक /.
दुर्घटना /ख्याली पुलाव पकाए।

७. चन्द्र+मंगल+शनि= नज़र कमजोर। बीमारी का
भय। डॉक्टर , वै ज्ञानिक , इंजीनियर , मानसिक
तनाव। ब्लड प्रेशर कम या अधिक।

८. चन्द्र+मंगल+राहू =पिता के लिए अशुभ।
चंचलता। माता तथा भाई के लिए हल्का।

९. चन्द्र+बुध +शनि=तंतु प्रणाली में रोग। बेहोश
हो जाना। बुद्धि की खराबी से अनेक दुःख हो।
अशांत, मानसिक तनाव। बहमी।

१०. चन्द्र +बुध+राहू =माँ के लिए अशुभ। सुख
हल्का। पिता पर भारी। दुर्घटना की आशंका।

11. चन्द्र+शनि+राहू = माता का सुख काम। दिमागी
परेशानियाँ। ब्लड प्रेशर। दुर्घटना का भय। स्वास्थ हल्का।

12. शुक्र+बुध+शनि = चोरियां हो। धन हानी।
प्रॉपर्टी डीलर। जायदाद वाला।
पत्नी घर की मुखिया।

13. मंगल+बुध+शनि = आँखों में विकार। तंतु प्रणाली में
विकार। रक्त में विकार। मामों के लिये अशुभ। दुर्घटना का भय।

14. मंगल+बुध+गुरू = अपने कुल का राजा हो। विद्वान। शायर। गाने
का शौक। ओरत अच्छी मिले।

15. मंगल+बुध +शुक्र = धनवान हो। चंचल स्वभाव। हमेशा
खुश रहे। क्रूर हो।

16. मंगल+बुध+राहू = बुरा हो। कंजूस। लालची।
रोगी। फ़कीर। बुरा काम करे।

17. मंगल+बुध+केतू = बहुत अशुभ। रोगी हो।
कंजूस हो। दरिद्र। गंदा रहे। व्यर्थ के काम करे।

18. गुरू+सूर्य+बुध = पिता के लिए अशुभ। विद्या विभाग में
नौकरी।

19. गुरू+चन्द्र+शुक्र = दो विवाह। रोग। बदनाम
प्रेमी। कभी धनी ,
कभी गरीब।

20. गुरू+चन्द्र+मंगल = हर प्रकार से उत्तम।
धनी। उच्च पद। अधिकारी। गृहस्थ सुख।

21. गुरू+चन्द्र+बुध = धनी। अध्यापक। दलाल। पिता
के लिये अशुभ। माता बीमार रहे।

22. गुरू+शुक्र+मंगल = संतान की और से
परेशानी। प्रेम संबंधों से दुःख। गृहस्थ में असुख।

23. गुरू+शुक्र+बुध = कुटुंब अथवा गृहस्थ सुख बुरा। पिता के लिये
अशुभ। व्यापारी।

24. गुरू+शुक्र+शनि = फसादी। पिता-पुत्र में तकरार।

25. गुरू+मंगल+बुध = संतान कमजोर। बैंक एजेंट।
धनी। वकील।

26. चन्द्र+शुक्र+बुध+शनि = माँ- पत्नी में अंतर ना
समझे।

27. चन्द्र+शुक्र+बुध+सूर्य = आज्ञाकारी। अच्छे
काम करे। माँ -बाप के लिये शुभ। भला आदमी।

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4 Comments

  1. Aniruddha Chaurasia says:

    सूर्य मंगल और राहु के युति का फल नही दिखाया गया है और यदि यह विशेष रूप से छठे घर में है।

  2. Dev says:

    सूर्य+ मंगल +केतु के बारे में नहीं बताया।

  3. Tulsiram says:

    8वे भाव में चंद बुध केतू की यति के प्रभाव और उपाय बताओ

  4. Dr kapil seth says:

    गुरु, शनि बुध की ग्यारहवें घर में युति का प्रभाव क्या होता है